सिंगरौली की अभय तीरंदाजी अकादमी के ऑफिस स्टाफ मधुरेश, वीरेंद्र और विशाल के साथ अकादमी के मैनेजर कृतदेव बैस ने मीटिंग किया । मधुरेश और वीरेंद्र ने अपने कॉलेज के फ्रेंड्स के साथ मिलकर कुछ मेहनती बच्चों का एक समूह बनाया । और दूसरी ओर अभय तीरंदाजी अकादमी के एक छात्र के पिता आर्चरी एसोसिएशन के प्रोग्राम हेतु सहायता के लिए आवेदन को कुछ कॉर्पोरेट्स के पास अनुदान हेतु भिजवाने हेतु अनुमोदन की प्रक्रिया में सहयोग दे रहे थे |
और जल्दी ही परिणाम दिखाई देने लगा | 10 दिसम्बर 2023 को अडानी फाउंडेशन के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (Corporate social responsibility या "CSR") डिपार्टमेंट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सिंगरौली जिला तीरंदाजी संघ को संपर्क किया और कार्यक्रम के लिए तीन लाख का अनुदान स्वीकृत करने की कार्यवाही के लिए आश्वस्त किया |
और उसी दिन नगर निगम के द्वारा भी स्टेडियम की बुकिंग और खिलाड़ियों के रुकने की व्यवस्था हेतु सामुदायिक भवन के आवंटन पर अनुमति प्रदान कर दिया गया | अब कार्यक्रम के लिए फाइनेंस और स्थान की चिंता के निराकरण के बाद कृतदेव बैस ने कार्यकर्ताओं के साथ 11 दिसंबर 2023 को कार्यकर्ताओं के साथ एक मीटिंग किया और सभी कार्यकर्ताओं को विभिन्न डिपार्टमेंट्स में बांटा | तीरंदाजी के राज्य स्तरीय खेल के आयोजन हेतु प्रबंधन के लिए विभिन्न विभाग थे: फ़ूड और ट्रेवल, ग्राउंड मैनेजमेंट, लॉजिंग, एडवरटाइजिंग, टेंट और साउंड सिस्टम, फोटोग्राफी आदि |
तीरंदाजी के टारगेट का आर्डर, टी-शर्ट तैयार करना और अन्य व्यवस्थाएं प्रारम्भ हो चुकी थी किन्तु अभी भी निमंत्रण पत्र प्रिंटिंग/बांटने और एडवरटाइजिंग का कार्य प्रारम्भ नहीं हुआ था क्यूंकि कार्यक्रम के अनुमानित बजट 5.50 लाख में से मात्र 3 लाख की ही व्यवस्था हो पायी थी | 16 दिसंबर २०२३ की शाम को कलेक्टर ऑफिस के सहयोग से हमें दूसरा सहयोगी मिला हिंडालको के रूप में | उसी दिन सिंगरौली स्पोर्ट्स के कुलदीप बैस ने कार्यकर्ताओं के टी-शर्ट पहुंचा दिए जो कि 19 दिसंबर 2023 को कार्यकर्ताओं को बांटे जाएंगे |
सिंगरौली जिले के आनंद प्रिंटर्स के साथ मिलकर रविवार के दिन 17 दिसंबर 2023 को ही सिंगरौली जिला तीरंदाजी संघ के सचिव कृतदेव बैस ने कई घंटों के लिए निमंत्रण पत्र, बैनर और पोस्टर्स के डिज़ाइन पर काम करवाया | और आनंद प्रिंटर्स की लीक से हटकर की गयी मेहनत और सहायता से निमंत्रण पत्र 18 दिसंबर 2023 की दोपहर में बनकर तैयार हो गए |
दिनांक १८ को ही प्रारम्भ होती है हमारे कार्यकर्ताओं की असली परीक्षा | बैनर और बोर्ड्स तैयार हो चुके हैं और कृतदेव बैस ने उन्हें तीन के ग्रुप में तीन ऑटो कर के तीन दिशाओं में बड़े और छोटे फ्रेम वाले बैनर्स के साथ भेजा ताकि वे अलग अलग मुख जगहों पर बैनर लगा सकें और कार्यकर्ताओं ने इस पर अच्छा काम किया और 2 बजे से लेकर 6 बजे तक सभी लोग अपना अपना काम कर के वापस भी आ चुके थे |
बैनर लगाते लगाते शाम हो चुकी थी लेकिन अभी भी एक मुख्या काम बचा था | कोच इंद्र कुमार के साथ हमारे सभी कार्यकर्ता अटल बिहारी सामुदायिक भवन से लगभग 20 टारगेट के स्टैंड और गद्दे टेम्पो में भरकर लगभग 7 बजे से 9 बजे तक में स्टेडियम में लेकर आ गए | लगभग 15-20 क्विंटल वजन का सामन 2 घंटे में लगभग 12 लोगों ने मिलकर चढ़ाना उतारना अदि कर के स्टेडियम में सेट करवा दिया |
अब 18 तारिख का काम लगभग समाप्त हो चुका था लेकिन अगला दिन जो कि टूर्नामेंट के एक दिन पहले का दिन था और भी महत्त्वपूर्ण था | एक और अच्छी खबर मिली कि रिलायंस कंपनी के सी एस आर डिपार्टमेंट से हमें 2 बसें खिलाडियों के परिवहन के लिए मिलने की स्वकृति मिल गयी थी | 19 दिसंबर को हमारे सभी कार्यकर्ता या तो स्टेडियम में लाइनिंग के काम में व्यस्त थे या शाम को पहुँच रहे खिलाडियों के रहने, खाने और परिवहन की व्यवस्था में लगे थे | और शाम को दृश्य कुछ ऐसा था |
टूर्नामेंट के दिन थे 20 और 21 दिसंबर 2023 | अब टूर्नामेंट की तैयारियां हो चुकी थी और अब हमे प्रतीक्षा थी तो टीमों के समय पर पहुंचने की और हमारे आमंत्रित अतिथियों के सम्मुख टूर्नामेंट का शुभारंम्भ करने की | मध्यप्रदेश तीरंदाजी संघ के पदाधिकारी और टूर्नामेंट के जज एक दिन पहले ही आ चुके थे | अन्य जिलों के सभी खिलाडी सुबह की ट्रेन से पहुंचने वाले थे किन्तु कुछ कारण से ट्रेन लगभग 10 घंटे लेट थी | इस कारण से हमारे सभी आयोजन कमेटी के सदस्य और कार्यकर्ता भी बहुत चिंतित थे | हमारे सभी अतिथियों को भी पुनः मैसेज या कॉल के द्वारा देरी की सुचना दी गई | कार्यकर्ताओं को पुनः दोपहर में एक बार ग्राउंड का लाइनिंग अच्छे से करना पड़ा | बसों का टाइमिंग और खाना बनाने वालों के टाइमिंग में भी बदलाव करना पड़ा | खाने और परिवहन की व्यवस्था में मधुरेश यादव और उनकी टीम ने बहुत ही अच्छा काम किया और ग्राऊंड पर मैनेजमेंट और स्कोरिंग के कार्य में कोच इंद्र कुमार , पंचू कुमार और वीरेंद्र साहू एवं उनकी टीम ने बहुत अच्छा काम किया | स्टेज , साउंड सिस्टम , लाइट की व्यवस्था और विभिन्न टीमों के बीच कोआर्डिनेशन के काम में सुभाष चंद्र बैस के साथ विशाल केशरी और उनकी टीम ने बहुत अच्छा काम किया |
अंत में टीमें लगभग 4 बजे वैढ़न पहुंची | और खिलाड़ियों के भोजन आदि के उपरांत 20 तारीख का टूर्नामेंट शाम को लगभग 6 बजे प्रारंभ हुआ | एक अच्छी बात यह थी कि चुनकुमारी स्टेडियम में लाइट की अच्छी व्यवस्था नगर निगम के द्वारा की गई है | और अंततः हमने मध्यप्रदेश का सर्वप्रथम रात्रिकालीन तीरंदाजी का टूर्नामेंट सिंगरौली जिले के चुनकुमारी स्टेडियम में 20 दिसंबर 2023 को आयोजित किया | 20 और 21 के टूर्नामेंट की कुछ झलकियां निम्न है:
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प्रोग्राम का आयोजन सफल रहा | किन्तु यह आयोजन ख़त्म होना ही पर्याप्त नहीं था कार्यकर्ताओं और आयोजन समिति के लिए | 21 की शाम को कई खिलाडी और कोच अपने जिलों को जाने वाले थे | खाने के पैकेट, जाने की व्यवस्था और रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने गए परिवहन व्यवस्था में लगे कार्यकर्ता और आयोजन समिति के पदाधिकारी | अगले दिन सुबह भोर में भी यही क्रम जारी रहा | फिर 22 को अगला काम था सारे सामान को समेटना, जैसे लाये थे वैसे ही सब कुछ वापस लेकर जाना | सफाई कर्मियों के साथ मिलकर स्टेडियम को और रुकने की जगहों को साफ़ सुथरा कर के अंततः यह मध्य प्रदेश का 20वां सब जूनियर राज्य स्तरीय टूर्नामेंट समाप्त हुआ |
सिंगरौली जिले का यह आयोजन कई कारणों से मध्य प्रदेश तीरंदाजी के लिए अभूतपूर्व था:
- पहली बार रात्रि के समय तीरंदाजी का टूर्नामेंट आयोजित हुआ |
- खिलाड़ी, कोच सभी ने परिवहन, रुकने और खाने की व्यवस्था की भरपूर प्रसंशा की |
- पूरे आयोजन में स्वच्छता की बहुत अच्छी व्यवस्था रखी गयी |
- पूरी कार्यकर्ताओं की टीम और आयोजन समिति के लोग अच्छी तरह समन्वित ढंग से काम किये |
- दिन हो या रात, प्रोग्राम हो या रुकने की जगह, हर समय कार्यकर्ता सहायता के लिए उपलब्ध थे |
आयोजन समिति में निम्न लोगों ने बहुत अच्छे से प्रबंधन का कार्य किया:
- कृतदेव बैस, सचिव, सिंगरौली जिला तीरंदाजी संघ
- श्री सुभाषचंद्र बैस, कोषाध्यक्ष, सिंगरौली जिला तीरंदाजी संघ
- श्री इन्द्र कुमार यादव, सदस्य, सिंगरौली जिला तीरंदाजी संघ
- श्री सर्वेश सिंह, व्यवसायी और समाज सेवी
- श्री मिथिलेश बैस, व्यवसायी और समाज सेवी
- पंचू कुमार, कोच, अभय तीरंदाजी अकादमी
हमारे कार्यकर्ता जिन्होंने दिन रात एक कर के कार्य किया और आयोजन को सफल बनवाया | कृतदेव बैस, सचिव, सिंगरौली जिला तीरंदाजी संघ का कहना है कि यदि अवसर मिला तो यह टीम पुनः अन्य आयोजनों में दिखाई देगी | ये युवा और ऊर्जावान कार्यकर्ता हैं: विशाल केसरी, मधुरेश यादव, वीरेंद्र कुमार शाह, लाल कुमार जायसवाल, आशीष कुमार यादव, डीप चंद बैस, दीपक कुमार शाह, अंशु विश्वकर्मा, मो. दिलकश, मो. तौफीक, अभिषेक कुमार शाह, प्रदीप बैस, कर्त्तव्य बैस, विकास बैस, विकास राजपूत, राकेश कुमार शाह, रूपेंद्र बैस, वीरेश शाह, अमित कुमार बैस, राजकुमार बैस, अवनीश कुमार पनिका, प्रियंका सेन |
कुछ अन्य लोग/संस्थाएं जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया:
- नगर निगम, सिंगरौली
- कलेक्टर ऑफिस, सिंगरौली
- डॉ रोशनी कौशिक, अध्यक्ष, सिंगरौली जिला तीरंदाजी संघ
- डॉ डी के मिश्रा, उपाध्यक्ष, सिंगरौली जिला तीरंदाजी संघ
- डॉ विजय प्रताप, सहसचिव, सिंगरौली जिला तीरंदाजी संघ
- पी. एस. परस्ते, प्रभारी, खेल एवं युवा कल्याण विभाग
- धीरज डोंगरे, खेल एवं युवा कल्याण विभाग
- राकेश गुप्ता, खेल एवं युवा कल्याण विभाग
- सुरेंद्र पांडेय, पुलिस विभाग
- ट्रामा सेंटर, वैढ़न
- पुलिस विभाग, वैढ़न
- सासन पावर लिमिटेड (रिलायंस)
- अर्पित गुप्ता, काइट्स राइज स्कूल, वैढ़न
- श्री आनंद अग्रवाल, व्यवसायी और समाज सेवी
- श्री सत्यनारायण बंसल, व्यवसायी और समाज सेवी
- श्री अमरेश कुमार, व्यवसायी
- डॉ गंगा वैश्य
- नवजीवन रहवासी समिति, विन्ध्यनगर
- मायाराम कॉलेज, मेढौली, सिंगरौली
- काइट्स राइज स्कूल, वैढ़न
इस कार्यक्रम का मार्गदर्शक और पर्यवेक्षक था: मध्य प्रदेश एमेच्योर तीरंदाजी संघ
सबसे अंत में सबसे बड़ी सहायता और योगदान रहा कॉर्पोरेट प्रायोजकों का जिनके आर्थिक सहायता और उत्साहवर्धन के बिना मध्य प्रदेश में इतिहास बनाने वाला यह आयोजन सिंगरौली में संपन्न ना हो पाता |